दिल्ली वाले पति ने लिखी शायरी
अर्ज किया है
क्या करें कहां जाएं,
यह तो जिंदगी भर का
रोना
है
घर में बैठी है शेरनी, बाहर कोरोना है
इस गर्मी का आलम बस ...इतना समझ ले ग़ालिब....कपडे धोते ही सुख जाते है ।और पहनते ही गीले हो जाते है ।।
साला इतनी गर्मी पड़ रही हैं कि...अब तो कीचड़ मे पड़े कुत्तों को भी देखकर जलन होने लगती हैं
पत्नी – चलो उठो, चाय नास्ता बनाने जाओ…
पति उठकर सीधा बाहर जाने लगा…
पत्नी – कहा जा रहे हो ?
पति – वकील के पास, तुमसे तलाक लेने…
थोड़ी देर बाद पति वापस घर आया और चाय बनाने लगा…
पत्नी – क्या हुआ ?
पति – कुछ नहीं… वकील साहब पोछा लगा रहे थे…