ऐ बेदर्द… सब आ जातें हैं यूँ ही मेरी ‘ख़ैरियत’ पूछने…अगर तुम भी पूछ लो तो यह ‘नौबत’ ही न आए.
मेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल,जिनके चाहने वाले ज्यादा हो वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं।
गर्मी तो बोहत पढ़ रही है।फिर भी उनका #दिल पिघलनेका नाम ही नहीं ले रहा
गर्मी तो बोहत पढ़ रही है।
फिर भी उनका #दिल पिघलने
का नाम ही नहीं ले रहा
Santa: Aap mujhe sanskrit seekha do,
Pandit: kyun?
Santa: Devtaao ki bhasha hai, Swarg mein jaroorat padegi
Pandit: Agar nark gaye to?
Santa: Punjabi to aati hi hai…