ये तो अच्छा हुआ कि 1947 में Whatsapp नहीं था..वरना आजादी के लिए कोई जंग में उतरता ही नहीं...लोग घर बैठे ही कहते कि इस मैसेज को इतना फैलाओ कि अंग्रेज खुद भारत छोड़कर भाग जाये|
Reliance के जिओ लॉन्च करने के बाद दूसरी कंपनियो को 13000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ.... ...ये तो होना ही था...सालो ने नेट पैक के नाम पर खुली लूंट मचा रखी थी.....कमीनो हमारे जैसे गरीब लोगो का श्राप लगा हे श्राप....
क्या करें कहां जाएं,
यह तो जिंदगी भर का
रोना
है
घर में बैठी है शेरनी, बाहर कोरोना है
Na Samet Sakoge Qayamat Tak Jise Tum,
Kasam Tumhari Tumhein Itni Mohabbat Karte Hain.
नादान इनकी बातो का एतबार ना कर,भूलकर भी इन जालिमो से प्यार ना कर,वो क़यामत तलक तेरे पास ना आयेंगे,इनके आने का नादान तू इन्तजार ना कर!