तेरी ही यादे है दिल में,
तेरा ही ज़िक्र है जुबा पे,
मैं कहता हूं ये इश्क है और
तू कहती
है बस फ़िक्र है।
मेरी शायरी में सनम. तेरी कहानी है,जिसके आधे हिस्से मे तेरा ज़िक्र आधे में मेरी दीवानगी है.
जिक्र अधूरी मोहब्बत का किसी से ना करना.मैं खुद सबसे कह दूंगा की उन्हें फुरसत नही मिलती