मेरे साथ बिताए हुए पल संभाल
कर रखना ये पल तुम्हें याद तो आयेंगे
मगर वापस नहीं आयेंगे
तुम तो रह लेते हो हमारे
बिना पता नहीं हमसे क्यों
नहीं रहा जाता तुम्हारे बिना
रिश्ता शुरु होता है तो
इतनी कसमे खाई जाती है
इतनें वादे किए जाते हैं
ऐसा लगता है कि
ये रिश्ता कभी नहीं टूटेगा
और जब मन भर जाता है तो
लोग ऐसे छोड़ कर चले जाते हैं
जैसे कोई रिश्ता था ही नही
जो बुझ गए रात में चरागों की लौ बढ़ाते हुए।
यूँ शक ना किया करो मेरी दोस्ती पेतुम्हारे बिना भी हम तुम्हारे ही रहते है
मुझे बस वही समझ सकता है,जिसके पास मेरे जैसा दिल हो.