मुझे शिकवा नहीं
तेरे एक भी अल्फ़ाज़ का।
माफ़ कर दे ये उम्मीद है
इतना तो हक है, इस दोस्त का।
I am really very sorry
मिलने को जिससे आंखे तरसती है
पलकें जिसके लिए रोज सजती है।
वो शक्स ही मुझसे रूठा बैठा है
बाहें रोज जिसका इंतजार करती हैं।
यूँ न रहो तुम हमसे खफा,
माफ कर दो हमको जरा,
गलती किये है मानते है हम,
उस गलती की न दो ऐसी सजा !
बहुत उदास है कोई तेरे चुप हो जाने से,
हो सके तो बात कर लो किसी ना किसी बहाने से।
माफ कर दो मैं जब तक जिंदा रहूंगा,
उन बातों के लिए , मैं शर्मिंदा रहूंगा।
Sorry
यूँ आप सॉरी कह कर,
हमें शर्मिंदा न किया कीजिये,
हम तो बस आपके हैं,
हमें यूँ गैर न करार कीजिये।