बिन बुलाए भी जहां जाने को जी चाहता है,
वो चौखट ही है तेरी “माँ” जहां यह बंदा सुकून पाता है..!
सजा हे दरबार, एक ज्योति जगमगाई है,
सुना हे नवरात्रि का त्योहार आया हैं,
वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्करायी है… जय माँ दुर्गा..
माता रानी वरदान ना देना हमे !!
बस थोडा सा प्यार देना हमे !!
तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा !!
एक बस यही आशीर्वाद देना हमे !!
शुभ नवरात्रि
प्यार का तराना उपहार हो,
खुशियों का नज़राना बेशुमार हो,
ना रहे कोई गम का एहसास
ऐसा नवरात्र उत्सव इस साल हो..!!
लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार,
हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार, नन्हें-नन्हें
कदमों से माँ आयें आपके द्वार। जय माता दी।
सारा जहाँ है जिसकी शरण में,
नमन है उस माता के चरण में,
जय माता दी