दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता।
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता।
बिछड़कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था,
बेशक ये ख्वाब था मगर हसीन कितना था।
जिस क़दर उसकी क़दर की,
उस क़दर बेक़दर हुये हम।
तेरे खामोश होंठों पर, मोहब्बत गुनगुनाती है,
तू मेरा है मैं तेरा हूँ, बस यही आवाज़ आती है।
समझता ही नहीं वो मेरे अलफ़ाज़ की गहराई
मैंने हर लफ्ज़ कह दिया जिसे मोहब्बत कहते है…
मोहब्बत का एहसास तो हम दोनों को हुआ था
फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था