ना जाने क्यूँ अपने हुस्न पर
इतना गुरूर है उसे..
लगता है उसका
आधार कार्ड अब तक नहीं बना है|
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
.
कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁
आंधियो से कहो अपनी औकात में रहे,
पिछले हफ्ते मेरे तीन कच्छे उड़ चुके है..!!
चैटिंग के साइड इफेक्ट्स
बिना पासवर्ड लगा हुआ Wi-Fi मिल जाना भी पिछले जन्म के किसी पुण्य का ही परिणाम होता है।