दुनियादारी जब गद्दारी लगने लगती हैं,
जब बर्बाद ख़्वाबों का शहर हो जाता है,
तब माँ दुर्गा का दरबार नजर आता हैं.
नव दीप जलें, नव फूल खिलें,
रोज़ माँ का आशिर्वाद मिले,
इस नवरात्री आपको वो सब मिले
जो आपका दिल चाहता हैं। शुभ नवरात्रि।
शेरों वाली मैया के दरबार में दुःख -दर्द मिटाये जाते हैं
जो भी दर पर आते है शरण में लिए जाते हैं
जय माता दी
चाहते हो तुम्हारे जीवन में दुःख न आयें,
तो माता के दरबार में जरूर जायें.
माँ दुर्गा के चरणों में जब शीश झुकाते हैं,
सारी मुसीबतों से लड़ने की ताकत पाते हैं.
मां कि ज्योति से प्रेम मिलता है
सबके दिलों को मरहम मिलता है
जो भी जाता है मां के द्वार
कुछ ना कुछ जरूर मिलता है
जय माता दी।