जब सामने तेरा चेहरा आया,
उसे देख मेरा दिल मुस्कुराया,
करता हूं उस खुदा का शुक्र,
जिसने मुझे तुझसे ऐसे मिलाया।
राज जाहिर ना होने दो तो
एक बात कहूं, हम धीरे-धीरे तेरे
बिन मर जाएंगे।
छु कर निकलती है जो हवाएँ तेरे चेहरे को
सारे शहर का मौसम गुलाबी हो जाता है
वो अपने चेहरे पे सौ आफ़ताब रखते हैं,
इसलिए तो वो रुख़ पे नक़ाब रखते हैं।
एक चेहरा जो मेरी आंखों में आबाद हो गया,
इतना उसे पढ़ा की मुझे याद हो गया।
चेहरा उसका बोहोत ही खूबसूरत है, एक नूर से जदया सुरूर है,
मासूम इतना है की क्या बताये अब हर मुलाकात में वो लगती हूर है.