तुम आए तो मेरे इश्क में
अब बरकत होने लगी है
चुपचाप रहता था दिल मेरा
अब हरकत होने लगी है..
निकलते है तेरे आशिया के आगे से,
सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही
तेरा साया तो नजर आएगा…!!
मोमबती के अंदर पिरोया गया
धागा मोमबती से पूछता है.. ..
"" जब मैं जलता हूं तो तू क्युं
पिघलती (रोती) है ।
मोमबती ने सुंदर जवाब
दिया ....
कहा कि-----
जब किसी को दिल के अंदर
जगह दी हो और वो ही छोड़के
चला जाये तो रोना तो आयेगा ही...
“तुम आए ज़िंदगी मे कहानी बन कर,
तुम आए ज़िंदगी मे रात की चाँदनी बन कर,
बसा लेते है जिन्हे हम आँखो मे,
वो अक्सर निकल जाते है आँखो से पानी बन कर”
तुम शराफ़त को बाज़ार में क्यूँ ले आए हो…
दोस्त
ये सिक्का तो बरसों से नहीं चलता…!!