मुहब्बत की इन्तिहां न पूछिये,
इस प्यार की वजह न पूछिये,
हर सांस मे समाये रहते हो,
कहां बसे हो तुम जगह न पूछिये..!!
Yaad rahega ye dour- E hayaat humko
Ki tarse the zindgi me zindgi ke liye
हमे बेवफा बोलने वाले
आज तू भी सुनले,
जिनकी फितरत ‘बेवफा’
होती है,
उनके साथ कब ‘वफा’ होती है!!
कमाल तेरे नखरे,
कमाल का तेरा स्टाइल है;
बात करने की तमीज नहीं,
और हाथ में मोबाइल है!!
😄😄😄😄😝😝
नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है,
पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है,
ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में,
कि कोई अनजान भी...