रात का चाँद आसमान मे निकल आया है,
साथ मे तारो की बारात लाया है,
ज़रा आसमान की ओर देखो वो आपको,
मेरी ओर से गुड नाईट कहने आया है.
मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुक नही रहा,मेरा कौन है ये सोचने में रात गुज़र जाती है…!!!
जो नजरो का हुआ मिलना लब तेरे भी मुस्कुराये थे,ईश्क के हर जूर्म में मेरे तेरी मोहोब्बत के साये थे,मेरी हर रात में सजनी तेरी सेजो के साये थे,रात को ख्वाब में मेरे ख्वाब तेरे मिलने आये थे।
आपके होठों पे मुस्कान भेज दूँ,आपके पास अपनी यादें भेज दूँ,सोने का हुआ है वक्त अभी,आपके लिए प्यारा सा ख्वाब भेज दूँ.Good Night.
ए पलक तु बन्द हो जा,ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी,कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी|