दुनिया आपको जब तक नही हरा सकती,
जब तक आप खुद से न हार जाओ।
जब भक्ति भोजन में मिलती है, तो प्रसाद बन जाता है,
जब पानी में मिलती है, तो चरणामृत बन जाता है,
जब घर में मिलती है, तो मंदिर बन जाता है,
जब व्यक्ति में मिल जाता, तो वह भक्त बन जाता है।
किसी गरीब की झोली में,
जब मैंने एक सिक्का डाला,
तब पता चला कि –
महंगाई के इस दौर में,
दुआएं, आज भी कितनी सस्ती हैं।
सेवा में,
श्री बादल भगवान जी,
सूर्यलोक
विषय :- गर्मी कम करने हेतु आवेदन पत्र,
महोदय:-
सादर निवेदन है कि गर्मी ज्यादा पड़ रही है जिसकी वजह से प्यारी प्यारी लड़कियॉ गर्मी से बचने के लिए मुहं पर दुपट्टा रख रही है तो लड़के उनका चेहरा नही देख पा रहे है। जिस कारण Ladko ke दिन बेचैनी में कट रहे है , चेहरा ढका रहने से पहचानने में भी दिक्कत हो रही है कि अपनी वाली कौन है, ऐसे में इशारा करने पर चप्पल जूता खाने का भी भय बना रहता है
अत: आप से निवेदन है कि महोदयजी आप गर्मी में थोड़ी कटौती करे।
धन्यवाद,
All
कुंवारे लड़के ।
ईश्वर हर जगह नहीं हो सकते
इसलिए उन्होंने माँ को बनाया