प्यार वो है, जिसमे किसी के मिलने की,
उम्मीद भी न हो..फिर भी इंतज़ार_उसी का हो…!
मैं तमाम दिन का थका हुआ,
तू तमाम शब का जगा हुआ,
ज़रा ठहर जा इसी मोड़ पर,
तेरे साथ शाम गुज़ार लूँ।
सज़ा ना दे मुझको बेकसूर हूँ मैं थाम ले
मुझको गमों से चूर हूँ मैं
तेरी दूरी ने कर दिया पागल सा मुझे
और लोग कहते हैं दीवाना हूँ मैं !!
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे,
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।
पके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
सांसों में मेरी खुशबु बनके बिखर जाते हो,
कुछ यूँ चला है तेरे इश्क का जादू,
सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।