आजकल बात बात पर तकरार करने लगे हो,
लगता है मुझे बेइंतेहा प्यार करने लगे हो।
हर वर्ष आता हैं,
हर वर्ष जाता हैं,
इस वर्ष आपको,
वो सभी मिल जाए,
जो आपका जी चाहता हैं.
HAAPY NEW YEAR 202
ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र-ओ-करार,
बेक़रारी तुझे ऐ दिल कभी ऐसी तो न थी।
जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,
मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे
ये कैसा सरूर है तेरे इश्क का मेरे मेहरबाँ,
सँवर कर भी रहते हैं बिखरे बिखरे से हम!