मुस्कराहट का कोई मोल नहींरिश्तों का कोई तोल नहींलोग तो मिल जाते हैं हर मोड़ परपर कोई आप सा अनमोल नहीं** शुभ रात्रि **
मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुक नही रहा,मेरा कौन है ये सोचने में रात गुज़र जाती है…!!!
ए पलक तु बन्द हो जा,ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी,कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी|
सो जाओ सो जाओ
मुझे Good Night कहे बिना सो जाओ
रात की रानी आएगी, धक्का देकर जाएगी
बिस्तर से आपको गिराएगी
फिर सारी नींद उड़ जाएगी
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी