ज़िन्दगी तो एक ख़्वाब है इसकी असल हकीकत तो मृत्यु है।
परिश्रम की मिशाल हैं, जिस पर कर्जो के निशान हैं,
घर चलाने में खुद को मिटा दिया, और कोई नही वह किसान हैं
क्या आपको पता है....❓
😡क्रोध का पूरा खानदान है..😡
क्रोध की एक लाडली बहन है
II ज़िद ॥
क्रोध की पत्नी है
॥ हिंसा II
क्रोध का बडा भाई है
॥ अंहकार ॥
क्रोध का बाप जिससे वह डरता है
॥ भय ॥
क्रोध की बेटिया हैं
॥ निंदा और चुगली ॥
क्रोध का बेटा है
॥ बैर ॥
इस खानदान की नकचडी बहू है
॥ ईर्ष्या॥
क्रोध की पोती है
॥ घृणा ॥
क्रोध की मां है
॥ उपेक्षा ॥
और क्रोध का दादा है
।। द्वेष ।।
तो इस खानदान से हमेशा
दूर रहें और हमेशा खुश रहो।
|||| "ये ही सत्य हैं" |||||
एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख़याल और बस तुम,एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,एक दुआ, एक फ़रियाद, तुम्हारी याद और बस तुम,मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!