एक सुबह होगी !जब भीड़ दवाखानों पर नहीचाय की दुकानों पर होगी..!
कौन कहता है माँ का कलेजा दुनिया में सबसे नरम है,मैंने बेटियों की विदाई में अक्सर पिता को टूटते देखा है।
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
किस लोभ से “किसान” आज भी, लेते नही विश्राम हैं,
घनघोर वर्षा में भी करते निरंतर काम हैं
शिक्षा के प्रति प्रत्येक किसान को जागरूक होना चाहिए तभी उनका जीवन बेहतर हो सकता हैं.
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं