जिस दिन किसानों की तकदीर पलट जाएगी,
उस दिन भारत के तरक्की की तस्वीर बदल जाएगी.
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है
तुझे चाहता रहा मै इस कदर,
के दुनिया व् भुला बैठा,
तेरी एक हसी के बदले,
अपनी ज़िन्दगी भुला बैठा
कि लोग अक्सर पूछते हैं मेरी खुशियों का राज
इजाजत दो तो आपका नाम बता दूँ
लाखों तूफान उठे है इस दिल में
तुजे देखने के बाद
काश
जुल्फों की काली घटाओं से ढक पाऊ
ये चाँद सा चेहरा तेरा