संता – भाई आज तो गज़ब हो गया
बंता – लॉटरी लग गयी क्या पाजी
संता – ओये नहीं मैं बस में बैठा था
तभी एक आदमी आया और साले ने
फोन में राष्ट्रगान चला दिया
बंता – फिर ?
संता – फिर क्या राष्ट्रगान सुनते ही
मैं खड़ा हो गया और
वो कमीना मेरी सीट पर बैठ गया
Na Papa ki maar se,Na Dosto ki fatkaar se,Na ladki ke inkar se,Na chaplo ki bauchhar se,Aashiq sudhrenge to sirf RAKHI ke tyohaar se...
दिल दिया था जिसको दीवानी समझ कर,खा गयी वो ब्रियानी समझ कर,एक कतरा भी ना छोड़ा खून का,पी गयी उसको भी निम्बू पानी समझ कर ||
प्यार में दुनियाँ खुबसूरत लगती है,
दर्द में दुनियाँ दुश्मन लगती है।
तुम जेसे दोस्त जिन्दगी में हो तो,
"बिसलेरी" भी
साली "किंगफिशर" लगती है...
😂😂😂😂
जब शादीशुदा आदमी कहे कि वो सोच कर बताएगा तो इसका सीधा सीधा मतलब होता है...,वो अपनी पत्नी से पूछ कर बताएगा...