सुनहरे सपनों की झंकार लाया हैं..
उसने मोहब्बत, मोहब्बत से ज़्यादा की थी,
हमने मोहब्बत उस से भी ज़्यादा की थी,
वो किसे कहेंगे मोहब्बत की इन्तहा,
हमने शुरुआत ही इन्तहा से ज़्यादा की थी.
चारो तरफ हो खुशियाँ ही खुशियाँ,
मीठी पूरनपोली और गुजियां ही गुजियां
द्वारे सजती सुंदर रंगोली की सौगात
आसमान में हर तरफ पतंगों की बरात
सभी का शुभ हो नव वर्ष हर बार
ज़रा सा मुस्कुरा देना न्यू ईयर से पहलेहर एक ग़म को भुला देना न्यू ईयर से पहलेना सोचो के किस किस ने दिल दुखायासब को माफ़ कर देना न्यू ईयर से पहले
बीत गया जो साल,भूल जायें … इस नये साल को गले लगाये, करते है दुआ हम रब से सर झुका के … इस साल का सारे सपने पूरे हो आपके “नया साल मुबारक”