हाल तुझे मैं अपना बताऊँ कैसे,
चीर के दिल तुझे अपना दिखाऊँ कैसे,
है रोना वही हमेशा का अभी भी,
दास्ताँ मैं अपनी फिर दोहराऊँ कैसे,
ग़म की अपनी बातें तुझे सुनाऊँ कैसे,
मेरी ख़ामोशी में ही तेरी मोहब्बत है,
अपने इन लब्ज़ों को मैं हिलाऊं कैसे ||
Dekho fir raat aa gai,
Good Night kahne ki bat yaad aa gai,
Hum baithe the sitaro ki panah mein,
Chand ko dekha to aap ki yaad aa gai.
इश्क़ वही है जो हो एकतरफा हो
इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो ज़ुबान से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है
Saja Kr Apni Hi Aankh Hazaar Chehron Pe,
Kia Hai Main Ne Sadaa Aitbaar Chehron Pe
Main Teri Bazm Mein Kis Kis Sy Dushmani
Lita Likha Tha Naam Tera Be
shumaar Chehron Pe..!!!
मेरी यादों में तुम हो या मुझ में ही तुम हो,
मेरे ख़यालों में तुम हो या ख़याल ही तुम हो,
दिल मेरा धड़क के बार बार ये पूछे,
मेरी जान में तुम हो या मेरी जान ही तुम हो!!