किसको बोलूं हेलो और
किसको बोलूं हाय,
हर टेंशन की बस एक ही दवा
अदरक वाली चाय..!!
कुछ लम्हों की ज़िन्दगी है, ज़ी लो इसे खुशनसीबों के जैसा,
महकते रहो सदा फूलों के जैसा, अगर बिखरो तो बिखरो खुशबू के जैसा।
शुभ प्रभात..
शिकवा भी होगा हमसे शिकायत भी होगी,
पर दोस्त से गिला किया नहीं करते।
हम अच्छे नहीं बुरे ही सही,
तुम्हें वैलेंटाइन मुबारक हो,
लेकिन हम जैसा दोस्त मिला नहीं करते।।
हँसना हँसाना ये कोशिश है मेरी,
सबको खुश रखना चाहत है मेरी,
कोई याद करे या न करे,
हर किसी को याद करना आदत है मेरी।
Good Morning
जिस प्रभात से, परमात्मा का स्मरण हो जाये,
वह प्रभात, सुप्रभात हो जाता है।