नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही,इतनी ही फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नही।
दोस्तों रात्री का समय सबसे अच्छा समय होता है हम सभी के लिए क्यूंकि दिन भर की दौड़ धुप के बाद एक रात्रि का ही वक़्त होता है जब हम शांति से बैठते है और सभी दिक्कतों परेशानियों को भूल कर एक सुन्दर और नई सुबह का इंतज़ार में सो जाते हैं.
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,रात होती है तो आँखों में उतर आता है,मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है !