तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुझे महसूस करने को, खुशबू की तरह बिखर जाओ तो कुछ बात बने
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी,निगरानी में सारा शहर लग गया।
वादा करो पर निभाना सीखो
चाहत दिल में रखो पर जताना सीखो
यूं ही किसी को इंतजार ना करवाओ
अगर प्यार से sms करे तो जवाब देना सीखो
तुम मुझे कभी दिल, कभी आँखों से पुकारो ग़ालिब,
ये होठो का तकलुफ्फ़ तो ज़माने के लिए है|