लोगों ने कुछ दिया
तो सुनाया भी बहुत है,
हे माँ दुर्गे !
एक तेरा ही दर है
जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला
निगाहें अब उस हरामखोर को ढूंढ रही हैं..
जिसने यह कहा था हर सफल आदमी
के पीछे एक औरत का हाथ होता है।
उस बेवकूफ आदमी के चक्कर
में हमने भी शादी कर ली है
वर्ना आज हम भी कही कुछ कर गए होते
😡😡😡😡😩😩
मक्के की रोटी नींबू का अचार
सूरज की किरणें खुशियों की बहार
चांद की चांदनी अपनों का प्यार
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार
हैप्पी होली
मेरी इबादतों को ऐसे कर कबूल ऐ मेरे खुदा,
के सजदे में मैं झुकूं तो मुझसे जुड़े हर रिश्ते की जिंदगी संवर जाए..!!
फेर लेते हैं नज़र, दिल से भुला देते हैं,
क्या यूँ ही लोग वाफ़ाओं का सिला देते हैं,
वादा किया था फिर भी ना आए मज़ार पर,
हमने तो जान दी थी इसी ऐतबार पर!!