लोगों ने कुछ दिया
तो सुनाया भी बहुत है,
हे माँ दुर्गे !
एक तेरा ही दर है
जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये..कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता।
लेडी टीचर:= अगर
दुनिया में लड़की
नहीं हो तो क्या होगा?
स्टूडेंट:= कॉलेज़ वीरान
गलिया सुनसान
दुनियां परेसान
तन्हा इंसान
ना जानू
ना जान
हर तरफ
"जय हनुमान"
😅😅😂😂
अपने इन् हाथों की लकीरों
को क्या देखता हो?
किस्मत तो उनकी भी होती है
जिनके हाथ नहीं होते…
सुबह-सुबह सूरज का साथ हो,
गुनगुनाते परिंदों की आवाज़ हो,
हाथ में चाय का कप, और यादों में कोई ख़ास,
उस खूबसूरत सुबह की पहली याद आप हो।