Lo Phir Basant Aayi,
Phoolon Pe Rang Layi,
Chalo be Darang,
Lab-e-Aab-e-Zang;
Baje Jal Tarang,
Man Par Umang Chayi;
Lo Phir Basant Aayi!
Shash Dil me bhar de Maa,
Jeevan Tyag Tapomar karde Maa,
Sayam Sneh ka bhar de Maa,
Maa Saraswati Jivan me Ullash Bhar de.
उड़े पतंग आसमान में सबकी निराली
पीली, लाल, हरी, नीली और काली
आओ मिलकर हम सब वसंत मनाएं
द्वार पर अपने रंगीली रंगोली सजाएं
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
उड़े पतंग आस्मां में सबकी निराली
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब वसंत मनाएं,
द्वार पर अपने रंगीली रंगोली सजाएं।
उमंग दिल में और आँखों में है प्यार
खुशियाँ लेकर आया बसंत का त्योंहार
शरद की फुहार, किरणें सूरज की
हो शुभकामना आपको बसंत की