जिंदगी भी तवायफ की तरह होती है,
कभी मज़बूरी में नाचती है कभी मशहूरी में ।
ईश्वर हर जगह नहीं हो सकते
इसलिए उन्होंने माँ को बनाया
मुबारक हो तुम्हे नववर्ष का महिना !
चमको तुम जैसे फागुन का महिना !!
पतझर न आये तेरी जिन्दगी में !
यही हैं दोस्त अपनी तम्मना !!
ख्यालो में वही, सपनो में वहीलेकिन उनकी यादो में हम थे ही नहींहम जागते रहे दुनिया सोती रही,एक बारिश ही थी, जो हमारे साथ रोती रही..
परेशान ना हुआ करे लोगो की बातों सेकुछ लोग पैदा ही बकवास करने के लिए होते है|