मुहमाँगा दाम दूंगा यारों
मुझे इक ऐसे काबिल
सपेरे से मिलवा दो …
कि जो आस्तीन में छुपे
साँपों को बाहर निकाल सके
ज़िन्दगी का अनुभव थोड़ा कच्चा है,जितना समय गुज़र गया.. अच्छा है,अपना घरौंदा ख़ुशी से चहके सदा,हम बड़े हो गए पर दिल तो बच्चा है।
Interviewer : Tell me something about yourself ??Me : Sir , Yourself is an 8 letter word .
कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ |
अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |
या देवी सर्वभूतेषु
शक्तिरूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमस्तस्यै नमो नम:.