सारी सारी रात गुजर जाती है,
बस इसी कस्मकस में की…
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ये साली रजाई में,
हवा किधर से घुस रही है…. !!!
इस बरसाती ठण्ड के मौसम में रजाई के अंदर रहना ही श्रेष्ठ कर्म है
और टमाटर की चटनी के साथ पकोड़े, चाय मिलना मोक्ष की प्राप्ति..
मुकेश अम्बानी ने पार्टी रखी..सबको एक हॉल में बिठाया गयातभी एक घोषणा हुई ....2 रुपये में अनलिमिटेड ब्रेकफास्ट ....सब लोग खा कर आराम से बैठ गए... वहां दूसरी घोषणा हुई1 रुपये में अनलिमिटेड लंच ....सब लोगों के साथ और लोग भी वहां पहुंचे पूरा हॉल एकदम फुलसब लोगों ने भरपेट खायाशाम को.... वहां तीसरी घोषणा हुई50 पैसे में अनलिमिटेड डिनर ....पूरा गांव आ गया.. सब लोगो ने एक साथ भर पेट खाना खाया...तभी फिरसे घोषणा हुई..25 पैसे में अनलिमिटेड स्वीट डिशबस फिर तो आसपास के गॉवों के लोग भी टूट पड़ेअभी वो खा ही रहे थे .....तभी एक और घोषणा हुईहाजमोला की गोली🕳 99 रुपये मेंअभी लोगों ने गोलिया खरीदी ही थीतभी एक और जबरदस्त घोषणा हुईToilet जाने के 303 रूपये..Jio............ji............. jio
रजाई खींचना देशद्रोह के बराबर…
उसके बाद किसी ने चाय
नही पिलायी
तो “असहिष्णुता माना” जाये…
ना मुस्कुराने को जी चाहता हैं,
ना कुछ खाने-पीने को जी चाहता हैं,
अब ठंड बर्दास्त नही होती,
सब कुछ छोडकर रजाई में घुस जाने को जी चाहता हैं