दादा (पोते से)- तेरी टीचर आ रही है, जा छुप जा.
पोता-
पहले आप छुप जाओ,
आपकी मौत के बहाने मैंने दो हफ्ते की छुट्टी ले रखी है.
खुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती है,तेरी हर बात मुझे बहका जाती है,साँस तो बहुत देर लेती है आने में,हर साँस से पहले तेरी याद आ जाती है।
सहस शील हृदय में भर दे
जीवन त्याग से भर दे,
संयम सत्य स्नेह का वर दे
माँ सरस्वती आपके जीवन में उल्लास भर दे!
सुनो...जब कभी देख लुं तुम को....तो मुझे महसूस होता है कि...दुनिया खूबसूरत है|
उन घरो में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं,
कद में छोटे हो, मगर लोग बड़े रहते हैं.