Amitabh Bacchan: मैं हु DON.
Sharukh Khan: मैं हु DON.
Dawood Ibrahim: और मैं रामूकाका..
गधा: मेरा मालीक मुझे बहुत पीटता है
कुत्ता: तुम भाग क्यो नही जाते
गधा: मालिक की खुबसुरत लडकी जब पढाई
नही
करती तो मालिक कहता हैं की
"तेरी शादी गधे से कर दुंगा"
बस इसी उम्मीद से टीका हुं./
Deewana hun tera, mujhe inkaar nahi,
Kaise keh dun ki mujhe tumse pyar nahi,
Kuch shararat to teri nazro mein bhi thi,
Main akela hi to iska gunehgar nahi…!!
ज़िन्दगी का अनुभव थोड़ा कच्चा है,जितना समय गुज़र गया.. अच्छा है,अपना घरौंदा ख़ुशी से चहके सदा,हम बड़े हो गए पर दिल तो बच्चा है।
आ गया है फर्क तुम्हारी नजरों में यकीनन…
अब एक खास अंदाज़ से नजर अंदाज़ करते हो हमे…