बचपन में तो हम भी श्री कृष्ण की तरह सुन्दर बच्चे थे....अब तो नौकरी के चक्कर में भैरो बाबा बन गए|- एक कर्मचारी
बुराई को देखना और सुनना ही
बुराई की शुरुआत है
छोटी-छोटी बातें दिल में रखने से,
बड़े-बड़े रिश्ते कमज़ोर हो जाते हैं,
बड़ी सोच बड़ा दिल, ज़िन्दगी की हर सुबह खुशहाल बनाते हैं।
आज उस की आँखों मे आँसू आ गये,वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है.
सुना है, खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए,
कुछ तो वापस चले गए, और कुछ हमारे यार हो गए