कोई पुछ रहा हे मुजसे मेरी जीन्दगी की कीमंत....मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना......
चाँद की हद १ रात तक है,सूरज की हद सिर्फ दिन तक है,हम दोस्ती में दिन-रात नहीं देखते,क्यूंकि हमारी दोस्ती की हद आखरी साँस तक है
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम।।
जिंदगी में सिर्फ पाना ही सबकुछ नहीं होता,
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उसके साथ नट बोल्ट भी चाहिए...🔧🔩.
महादेव मिस्त्री
😂😂😂😂😂
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..