मैंने पूछा चाँद से कि देखा है कहीं मेरे चाँद सा हसीनचाँद ने कहा - " हाँ बहुत बहुत लोगो के साथ"
तू मेरे दिल पे हाथ रख के तो देख,
मैं तेरे हाथ पे दिल ना रख दूँ तो कहना..!!
एक छुपी हुई पहचान रखता हूँ,
बाहर शांत हूँ, अंदर तूफान रखता हूँ,
रख के तराजू में अपने दोस्त की खुशियाँ,
दूसरे पलड़े में मैं अपनी जान रखता हूँ।
Karni Hai Khuda Se Ek Guzarish
Teri Dosti Ke Siva Koi Bandgi Na Mile.
Har Zanam Mein Mile Dost Tere Jaisa
Ya Phir Kabhi Zindgi Na Mile.
सुबह का फ्री ज्ञानअगर आप किसी लड़की का पीछा कर रहे होऔर वो रोड़ पर बैठ जाएतोउससे थोड़ा पीछे ही रहेक्या पता वो नागिन बन रही हो