ये तो अच्छा हुआ कि 1947 में Whatsapp नहीं था..वरना आजादी के लिए कोई जंग में उतरता ही नहीं...लोग घर बैठे ही कहते कि इस मैसेज को इतना फैलाओ कि अंग्रेज खुद भारत छोड़कर भाग जाये|
कुछ अरमान उन बारीश कि बुंद कि तरह होते है,
जिनको छुने कि ख्वाहिश में,हथेलिया तो गिली हो जाती ,
पर हाथ हमेशा खाली रेह जाते है….
रिश्ता ऐसा हो जिस पर नाज़ हो,
कल जितना भरोसा था उतना ही आज हो,
रिश्ता सिर्फ वो नहीं जो ग़म या ख़ुशी में साथ दे,
रिश्ते तो वो हैं जो हर पल अपनेपन का एहसास दें!
वर्क फ्रॉम होम के 3 महीने बाद,एयर होस्टेस – सर आपको इस फ्लाइट मेंघर जैसा माहौल मिलेगा …यात्री – वो सब तो ठीक हैपर मैं यहाँ झाड़ू पोंछा बिल्कुल नही करूँगा 😄😂
वर्क फ्रॉम होम के 3 महीने बाद,
एयर होस्टेस – सर आपको इस फ्लाइट में
घर जैसा माहौल मिलेगा …
यात्री – वो सब तो ठीक है
पर मैं यहाँ झाड़ू पोंछा बिल्कुल नही करूँगा 😄😂
जाड़े की रुत है नई तन पर नीली शाल
तेरे साथ अच्छी लगी सर्दी अब के साल...