पहले लोग मौसम का मजा लेते थे..अब मौसम लोगो का मजा लेने लगा है...
किसी को क्या बताये की कितने मजबूर हू ,
चाहा था सिर्फ एक तुमको और तुमसे ही दूर हू .
काश कोई हम पर भी इतना प्यार जताती,
पीछे से आकर वो हमारी आँखों को छुपाती,
हम पूछते की कौन हो आप …??
और वो मुस्करा कर खुदको हमारी जान बताती.
संता ने एक हलवाई की दुकान पर आधा किलो जलेबी लेकर खाई और बिना पैसे दिए जाने लगा..
दुकानदार बोला – अरे जलेबी के पैसे तो दिए जा ।
संता – पैसे तो है नहीं ..
इस पर दूकानदार ने अपने नौकर को बुला कर संता की भरपूर पिटाई करवा दी।
पिटने के बाद संता उठा और हाथ पैर झाड़ते हुए बोला- इसी भाव पर एक किलो और तौल दे /
पलकों से रास्ते के काटे हटा देंगे,
फूलों को क्या हम अपना दिल बिछा देंगे।
टूटने ना देंगे अपनी दोस्ती को कभी,
बदले में हम खुद को मिटा लेंगे।।
एक शराबी शराब पीके एक अर्थी से टकरा गया
बाॅडी गिर गई
लोग शराबी को पीटने लगे
शराबी -अबे जो गिरा वो तो कुछ बोल नही रहा
तुम काहे नेता बन रहे हो