Ek Sardar roz ped ki tehni par jakar baith jata hai...Socho kyo...?Kyon Ki wo apne aap ko branch manager samajhta hai.
ठण्ड में वादा नही करते कि दोस्ती निभायेंगे,
जरूरत पड़ी तो सब कुछ ले लो,
पर रजाई न दे पायेंगे....
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो,कुछ यूँ चला है तेरे ‘इश्क’ का जादू,सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।
हालात ही ऐसे है कि आँसू छलक आते है,दे कर के लाखो गम, सभी दिल को दुखाते है,मैं आज तलक ना समझ पाया हु मेरे खुदा,मेरे किये अहसानों को सब क्यों भूल जाते है|
अगर आपकी राह में छोटे छोटे पत्थर आये तो समझ लेना।।।
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।।।रोड का काम चल रहा हे।।।
��भंवरलाल ठेकेदार��
😄😄😄😄😄😄😄😄😄