Na Papa ki maar se,Na Dosto ki fatkaar se,Na ladki ke inkar se,Na chaplo ki bauchhar se,Aashiq sudhrenge to sirf RAKHI ke tyohaar se...
होली का रंग तो कुछ पलो में धूल जाएगा
दोस्ती और प्यार का रंग नहीं धुल पाएगा
यही तो असली रंग है ज़िंदगी का
जितना रंगोगे उतना ही गहरा होता जाएगा
हैप्पी होली
पहले नमकफिर निम्बू और अब चारकोल आ गया है.. टूथपेस्ट में।..अरे जालिमो ... अल्कोहल डाल दो,मजा आ जाये सुबह -सुबह.
ये दबदबा,ये हुकुमत,ये नशा, ये दौलतें………
सब किरायदार है, घर बदलते रहते हैं……
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
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कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁