महाकंजूस सेठ अपने बच्चों से बोला,
कंजूस – जो आज शाम खाना नहीं खायेगा
उसे मैं 10 रुपये दूंगा
तीनों बेटे 10-10 रुपये लेकर बिना खाना खाये सो गए
कंजूस सुबह बोला –
अब जो 10 रुपये देगा
केवल उसी को नाश्ता मिलेगा
बच्चे परेशान
ये बाप है या नरेंद्र मोदी
मचल के जब भी आँखों से छलक जाते हैं दो आँसू सुना है आबशारों को बड़ी तकलीफ़ होती है
खुदारा अब तो बुझ जाने दो इस जलती हुई लौ को चरागों से मज़ारों को बड़ी तकलीफ़ होती है कहू क्या वो बड़ी मासूमियत से पूछ बैठे है क्या सचमुच दिल के मारों को बड़ी तकलीफ़ होती है
तुम्हारा क्या तुम्हें तो राह दे देते हैं काँटे भी मगर हम खांकसारों को बड़ी तकलीफ़ होती है
एक शमशान में लिखा था
'मृत्यु अटल है'
एक कांग्रेसी को बड़ा गुस्सा आया
उसने नीचे लिख दिया
ये संघ की चाल है।
मृत्यु न अटल है न आडवाणी है
हमारी मृत्यु तो RAHUL GANDHI है।
😂😂😂
125 साल के एक दादाजी
मृत्यु के बाद स्वर्ग पहुंचे।
स्वर्ग में खूबसूरत अप्सराओं का नृत्य देख कर दादाजी
फूट-फूट कर रोते हुए बोले,
" साला बाबा रामदेव के चक्कर
में नहीं पड़ता तो कब का यहाँ
पहुँच गया होता।"