खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब,मैं अपने दुखों में रहता हु नवावो की तरह...
एडमिन ने ढाबा खोला..ग्राहक – मेरी चाय मै मक्खी डूब कर मरी पड़ी है |एडमिन –तो क्या करू?मै ढाबा चलाऊ या इन्हे तैरना सीखाऊँ |
पत्नी :- डार्लिंग सुनते हो मेरी उम्र 48
होते हुए भी आपका एक दोस्त मेरे
"हुस्न की तारीफ" करता है..
पति :- उस्मान भाई होगा..
पत्नी :- आपने कैसे पहचाना...?
पति :- वो साला कबाड़ का व्यापारी हैं..!
😂😂😂😂😂
जो बांधने से बंधे… और तोड़ने से टूट जाये…
उसका नाम है “बंधन”
जो अपने आप बन जाये… और जीवन भर ना टूटे…
उसका नाम है “संबंध”
Chahat hai kisi chahat ko pane ki,
chahat hai chahat ko aazmane ki,.
Wo chahe hume chahe na chahe par
chahat hai unki chahat me mit jane ki.