“उनसे कहना की क़िस्मत पे ईतना नाज ना करे ,
हमने बारिश मैं भी जलते हुए मकान देखें हैं…… !!
आंसुओं की किम्मत क्या हैहम बखुबी समझते है ।वो कोई और होंगे ए सनमजो ओस को शबनम समझते है ॥
ये मुझे चैन क्यों नहीं पड़ता ,
एक ही शख्स था क्या पुरे जहान में .....
मैं उसका हूँ, यह तो मैं जान गया हों लेकिन,
वह किस का है, ये सवाल मुझे सोने नहीं देता......
लड़का लड़की से: डार्लिंग मुझे तुम्हारी आँखों में सारी दुनिया दिखाई देती है!
पीछे से एक बूढ़ा बोला: हमारी गाय नहीं मिल रही! दिखे तो बताना बेटा..!