Na zuban se,
Na nigahon se,
Na dimag se,
Na rango se,
Na greeting se,
Na gift se,
Aapko “Jashne Azadi Mubarak” direct dil se
दारू की खुशबू, बियर की मिठास..!!गांजे की रोटी, चरस का साग..!!भांग के पकोड़े, अफीम का प्यार..!!मुबारक हो आपको नशेड़ियों का त्यौहार!
सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए, मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए, ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में, ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए।
उसने मोहब्बत, मोहब्बत से ज़्यादा की थी,
हमने मोहब्बत उस से भी ज़्यादा की थी,
वो किसे कहेंगे मोहब्बत की इन्तहा,
हमने शुरुआत ही इन्तहा से ज़्यादा की थी.
एक आदमी खड़े-खड़े चाबी से
अपना कान खुजा रहा था..?
दूसरा व्यक्ति उसे गौर से देखता हुए बोला :-
भाई साहब, आप स्टार्ट नहीं हो रहे...
तो मै धक्का लगाऊ.?
😄😄😄😄😄