पास आ ज़रा दिल की बात बताऊँ तुझको,
कैसे धड़कता है दिल की आवाज़ सुनाऊँ तुझको,
आकर देख ले दिल पर नाम लिखा है तेरा,
तूँ कहे तो दिल चीर के दिखाऊँ तुझको।
निकलते है तेरे आशिया के आगे से,
सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही
तेरा साया तो नजर आएगा…!!
Vo samjhta hai ki har shakhs badal jata hai…..
Ussey lagta hai zamana us ke jaisa hai….
अब ये हसरत है कि सीने से लगाकर तुझको
इस क़दर रोऊँ की आंसू आ जाये
तूने रुख से नक़ाब क्या उठाया,
कम्बखत दिल मुँह को होने लगा,
शर्मा कर , सितारे हैं छुपने लगे,
महताब बादलों से जो निकलने लगा