बात करने के लिए टॉपिक
नहीं फीलिंग होनी चाहिए
नहीं ‘मालूम ‘हसरत है या तू मेरी मोहब्बत है,बस इतना जानता हूं कि मुझको तेरी जरूरत है।
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
लड़का:
डैड मम्मी नहीं है घर पे,
आ जाओ कुछ तो करेंगे मिलके….
लड़की:
तू रहने दे कमीने,
ऐसे ही एक बार बुला के बरतन धुलवाया था मुझसे!!
प्यार वो एहसास है जो मिटता नहींप्यार वो पर्वत है जो झुकता नहींप्यार की कीमत क्या है हमसे पूछो,प्यार वो अनमोल हिरा है जो बिकता नही