दिल की बातें बता के सोये,
सब को गुड नाईट बोल के सोये।
शुभरात्रि।
मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुक नही रहा,मेरा कौन है ये सोचने में रात गुज़र जाती है…!!!
दिल की किताब में गुलाब उनका था,रात की नींद में ख्वाब उनका था,कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी
जो नजरो का हुआ मिलना लब तेरे भी मुस्कुराये थे,ईश्क के हर जूर्म में मेरे तेरी मोहोब्बत के साये थे,मेरी हर रात में सजनी तेरी सेजो के साये थे,रात को ख्वाब में मेरे ख्वाब तेरे मिलने आये थे।