सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में,अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में.
Teri Khawaish Us Waqt Boht Tarpati Hai Sawan Mei Koi Bund Jb Honto Par Aa Kar Bikhar Jati Hai Meri Rooh Bi Tarpne Lagti Hai Us Pal Jb Thandi Hawa Teri Gali Se Guzar Ke Ati Hai
कितनी जल्दी यह मुलाकात गुज़र जाती है,प्यास बुझती भी नहीं बरसात गुज़र जाती है,अपनी यादों से कहो यु ना आया करेनींद आती भी नहीं रात गुजर जाती है..
बारिश के पानी को अपने हाथों में समेट लो,जितना आप समेट पाए उतना आप हमें चाहते हैऔर जितना ना समेट पाए उतना हम आप को चाहते है...
Badal jab garajte hain, dil ki dharkan badh jati hai,
Dil ki har ek dharkan se awaz tumhari aati hai.