Tu Shaq Na Kar Mere Jazbato Pe,
Tere Sath Hi Zindagi Meri Khubsurat Hai,
Jitni Ehmiyat Hai Pani Ki Marte Insan K Liye,
Bus Utni Hi Muje Teri Zarurat Hai...
फिर से मिले वो आज अजनबी से बनकर,और हमें आज फिर से मोहब्बत हो गई।
ऐ बेदर्द… सब आ जातें हैं यूँ ही मेरी ‘ख़ैरियत’ पूछने…अगर तुम भी पूछ लो तो यह ‘नौबत’ ही न आए.
बड़े प्यार से तराशा था उस संगेमरमर कोबड़ा नाज़ था उसे अपने आप पर.एक दरार क्या पड़ीकिसीने मुड़ कर देखना तक गंवारा न समझा.